मंगलवार, 7 अगस्त 2012

प्यार का गीत


 जीवन का
शास्वत सत्य है
संसार में आना और जीना
जीना  और चले जाना

\
किसी को
 पहले  किसी को   बाद में
 जाना तो सभी को
 पड़ता है

लेकिन प्यार
और मोहब्बत बांटने वाले
इस दुनिया में  सदा
 अमर  रहते हैं


युगों युगों तक
 लोग उनके नामों को
याद रखते  हैं
उनका सम्मान करते हैं


हमारे यहाँ
संतों ने  प्यार  बाँटा
सूर,  तुलसी, रहीम ने
 प्यार भरे गीत  गुनगुनाए


लैला-मजनू
   हीर- राँझा  और
सोहनी- महिवाल ने
 मोहब्बत का गीत गाया


और इसी
प्यार और मोहब्बत के
चलते वे  दुनिया में
अमर हो गए


 आओ   हम भी
अपने को अर्पित कर दें
   भविष्य की पीढी को


  आने वाली 
शान्तिमय संस्कृति  को
और  सदा के लिए
अमर हो जाएँ


लोगों के होठों पर
लोगों के दिलों पर
और बच्चों की
 हँसी  में।


कोलकत्ता
 १० मई , २०११

प्यार का गीत

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