मंगलवार, 7 अगस्त 2012

स्पर्श



शिशु के बदन पर माँ
के हाथ का ममतामयी स्पर्श

प्रणय बेला में नववधू
के हाथ का रोमांच भरा स्पर्श

पेड़ों पर झूलती लताओं
का आलिंगनपूर्ण स्पर्श

पहाड़ों पर मंडराते बादलों
का प्यार भरा स्पर्श

हँसती खिलखिलाती नदी  का
 सागर में समर्पण का स्पर्श

गुलशन  में गुनगुनाते भंवरों  
का फूलों से मधुमय स्पर्श

मानसरोवर के स्वर्णिम कमलों  पर
 तुहिन कणों का स्पर्श

दुनियाँ के कोमलतम
     स्पर्श की कहानी कहते हैं  |

कोलकत्ता
१ अक्टुम्बर, २०१०

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