अंधे व्यक्ति की लाठी पकड़ कर
रास्ता पार कराते हुए देखा है
रास्ता पार कराते हुए देखा है
मैंने तुम्हें
सड़क पर घायल पड़े व्यक्ति को
अस्पताल पहुंचाते हुए देखा है
अस्पताल पहुंचाते हुए देखा है
मैंने तुम्हें
वृद्धाश्रम में जन्मदिन मनाकर
मैंने तुम्हें
वृद्ध और असहाय व्यक्तियों की
सहायता करते हुए देखा है
सहायता करते हुए देखा है
मैंने तुम्हें
गरीब की आँख से गिरते
आँसू को उठाते हुए देखा है
मै तुम्हारा
आँसू को उठाते हुए देखा है
मै तुम्हारा
एक स्टेच्यु बना कर
मेडम तुसाड के म्यूजियम में
लगाना चाहता हूँ
मेडम तुसाड के म्यूजियम में
लगाना चाहता हूँ
ताकि आने वाली पीढ़ी
एक सच्चे इन्शान को
देख सके।
देख सके।
कोलकत्ता
१८ सितम्बर, २०११
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