सोमवार, 30 जुलाई 2012

प्रभु महान है

प्रभु !
आप महान है
इसलिए नहीं कि
आपने सूरज और चाँद बनायें हैं
या धरती और आकाश बनायें  है
आप महान इसलिए है कि
छोटे और बड़े सभी आपको
अपना मानते हैं। 

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